मां शारदे के रंग में रंगी छोटीकाशी, मंदिरों में रही आयोजनों की धूम, सजी विशेष झांकी


जयपुर। विद्या, ज्ञान, संगीत सहित समस्त कलाओं  की अधिष्ठात्री मां शारदे का प्राकट्योत्सव शनिवार को  उल्लास के साथ मनाया गया। मंदिरों और विद्यालयों में वीणावादिनी का पूजन कर आरती की गई। वहीं संगीत संस्थानों में हंसवाहिनी के प्रतीक वाद्य यंत्रों की पूजा-अर्चना की गई। पश्चिम बंगाल और बिहार समाज के लोगों ने बड़े उत्साह के साथ बसंतोत्सव मनाया। आराध्य देवगोविंद देवजी मंदिर में महंत अंजन कुमार गोस्वामी ने मां भगवती सरस्वती का मंदिर के जगमोहन में ठाकुरजी के समक्ष पूजन किया। पंचामृत अभिषेक कर आरती उतारी। बड़ी संख्या में श्रद्धालु सरस्वती पूजन के साक्षी बने।

सरस निकुंज: सुभाष चौक पानों का दरीबा स्थित आचार्य पीठ श्री सरस निकुंज में पीठाचार्य अलबेली माधुरी शरण महाराज के सान्निध्य में विभिन्न कार्यक्रम हुए। सरस परिकर के प्रवक्ता प्रवीण बड़े भैया ने बताया कि सुबह ठाकुर राधा सरस बिहारी जू सरकार का अभिषेक कर शृंगार आरती के दर्शन कराए गए।  ठाकुर श्री राधा सरस बिहारी जू सरकार का पीत शृंंगार आकर्षण का केंद्र रहा। आचार्य अलबेली माधुरी शरण महाराज ने ठाकुरजी को गुलाल धारण कराकर फाग का निमंत्रण दिया। इस मौके पर केसरिया खीर और केसरिया व्यंजनों का भोग लगाया गया। पुष्प बंधनवार से सजे सरस निकुंज में सेवा में विराजित गुरु आचार्य पादुका की सेवा अर्चना कर आचार्य वाणियों (साहित्य) और परंपरागत आचार्यों द्वारा पदावली वाणी का भी पूजन किया गया। विभिन्न वाद्य यंत्रों की भी पूजा-अर्चना की गई। 

श्रीमन्न नारायण प्रंन्यास मंडल : त्रिपोलिया बाजार तंवरजी का नोहरा स्थित शिव शक्ति हनुमान मंदिर और सीकर रोड, परसरामनगर के श्री मन्न नारायण धाम में श्री मन्न नारायण प्रन्यास मंडल की ओर से बसंत पंचमी उत्सव श्रद्धापूर्वक मनाया गया। महामंडलेश्वर पुरुषोत्तम भारती के सान्निध्य में ठाकुर श्री लक्ष्मीनारायण जी का विशेष पूजन-अर्चन किया गया। इससे पूर्व मां सरस्वती, वाद्य यंत्रों का पूजन किया गया। श्रीराम सेवक संघ परिवार, मुरलीपुरा के केशवनगर स्थित आध्यात्मिक पुस्तकालय एवं साधना केंद्र, श्रीराम कुटिया में श्रीराम सेवक संघ परिवार की ओर से मां सरस्वती का पूजन किया गया। अखंड दीपक के समक्ष सरस्वती-गायत्री मंत्र का जाप किया गया। महेंद्र शर्मा ने बताया कि इस मौके पर हनुमान चालीसा के सामूहिक पाठ भी किए गए।

यहां भी हुए आयोजन: लक्ष्मी नारायणपुरी के लक्ष्मीनारायण मंदिर में स्वामी  त्रिविक्रमाचार्य ने ठाकुरजी को नवीन मुकुट धारण कराया। अनेक प्रकार के केसरिया व्यंजनों का भोग लगाकर भक्तजनों के कुशल-मंगल की कामना की गई। गलता गेट स्थित मंदिर श्री गीता गायत्री में पंडित राजकुमार चतुर्वेदी के सान्निध्य में पंचामृत, दिव्य औषधियों से विग्रहों का अभिषेक कर पीत वस्त्र धारण कराए गए। गुलाल अर्पण कर गजक, मीठे पीले व्यंजनों का भोग लगाया गया। अंबाबाड़ी के संकट मोचन  हनुमान मंदिर में बसंत पंचमी  पर बालाजी को पीले रंग की  पोशाक धारण करवाई गई। हनुमान मंदिर ट्रस्ट के सचिव सुरेंद्र कुमार गुप्ता ने बताया कि मंदिर के पट अब सरकार की गाइडलाइन के अनुसार खुल गए हैं।

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