गणेश जन्मोत्सव के विशेष योग से देश में बढ़ेगी समृद्धि: गौड़


अनंत चतुर्दशी तक रहेगी गणेश उत्सव की धूम

जयपुर। गणेश चतुर्थी पर इस बार कई विशेष संयोग रहेंगे। गणेश उत्सव शनिवार से शुरू होकर 10 दिनों तक अनंत चतुर्दशी तक मनाया जाएगा। ज्योतिष परिषद एवं शोध संस्थान के निदेशक ज्योतिषाचार्य पं. पुरुषोत्तम गौड़ ने बताया कि गणेश जन्मोत्सव पर कल संपूर्ण साधनाओं को पूरा करने वाला साध्य योग रहेगा। गज केसरी योग भी बन रहा है। जब चंद्रमा और बृहस्पति एक दूसरे से केंद्र में होते हैं तो यह धन समृद्धिदायक योग बनाता है। कल सूर्य सिंह राशि में, मंगल मेष में, गुरु धनु में और शनि मकर में रहेगा। ये चारों ग्रह अपनी-अपनी स्वामित्व वाली राशियों में रहेंगे। इन ग्रह योगों में गणेश उत्सव की शुरुआत प्रदेश  और देश  के लिए शुभ रहने वाली है। गुरु धनु में होने से यह संयोग और भी बेहतर बनेगा। व्यापार उन्नति करेगा और विश्व में भारत का वर्चस्व बढ़ेगा। प्राकृतिक आपदाओं में कमी आएगी। आतंकवाद नियंत्रण में रहेगा। जनता के लिए भी यह समय अनुकूल रहेगा। पं. गौड़ ने बताया कि चतुर्थी तिथि का प्रारंभ शुक्रवार को रात्रि 11:03 बजे से हो रहा है। यह 22 अगस्त को दिनभर और रात के 7 बजकर 58 मिनट तक रहेगी। गणेश का जन्म मध्यमान काल में हुआ है। अत: इनकी पूजा मध्यमान काल में की जाएगी।

गणेश पूजन का श्रेष्ठ समय

शास्त्रों में गणेश पूजन का श्रेष्ठ समय मध्याह्न काल यानी वृश्चिक लग्न को सर्व श्रेष्ठ बताया है। यह शनिवार को सुबह 11:12 से दोपहर 1:46 तक है। सुबह 7:42 से 9:18 बजे तक शुभ का चौघडिय़ा है। दोपहर 12:30 से शाम 5:18 बजे तक चर, लाभ और अमृत का चौघडिय़ा रहेगा। अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12:03 से 12:54 तक रहेगा।

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