साढ़े सात माह से मार्गी चल रहे शनि आज होंगे वक्री

जयपुर . साढ़े सात माह से मार्गी चल रहे शनि 18 फरवरी 2013 को वक्री हो जाएंगे। ज्योतिषविदों की मानें तो क्रूर ग्रह शनि के वक्री होने से मौसम में ठंड का प्रकोप बरकरार रहने की संभावनाएं बढ़ेंगी और सोने, चांदी व पेट्रोलियम पदार्थों में वृद्धि की धारणा बनेगी। पंडित बंशीधर जयपुर पंचांग निर्माता पंडित दामोदर प्रसाद शर्मा के अनुसार शनि 25 जून से उच्च राशि तुला में मार्गी चल रहे हैं, जो सोमवार को रात्रि 10.35 बजे वक्री होंगे। शनि 7 जुलाई तक वक्री रहेंगे। तुला राशि में पहले से ही राहू भी स्थित है। चूंकि शनि और राहू दोनों क्रूर ग्रह कहलाते हैं। शास्त्रानुसार शनि वक्री होने से अशुभ फलों में वृद्धि कराता है। वक्री शनि कन्या, तुला व वृश्चिक राशि में चल रही साढ़े साती और कर्क व मीन राशि में चल रही ढैया को भी प्रभावित करेगा। इससे समाजकंटकों द्वारा अशुभ घटनाओं में वृद्धि होगी। अशुभ फलों से निजात के लिए साढ़े साती व ढैया वालों को काली वस्तुओं का दान व शनिदेव को तेल का अभिषेक करने से विशेष फल प्राप्त होगा।

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