महिला एवं मीडिया रत्नों का सम्मान 12 मार्च को दिल्ली में

नई दिल्ली . विश्व मित्र परिवार की अंगीभूत इकाई विश्व महिला परिवार द्वारा आयोजित महिला एवं मीडिया रत्न सम्मान समारोह चैत्र कृष्ण, चतुर्थी , युगाब्द- 5113, सोमवार, 12 मार्च 2012 को दोपहर 2 बजे से श्रीराम सेन्टर, मण्डी हाऊस, नई दिल्ली में होगा। नई दिल्ली में आयोजित इस समारोह में अखिल भारतीय स्तर पर विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिला एवं मीडिया रत्नों को सम्मानित किया जायेगा।
      यह कार्यक्रम अपनी तरह का विश्व स्तरीय अद्भुत आयोजन के रूप में देखा जा रहा है। विश्व महिला परिवार की राष्ट्रीय अध्यक्ष भावना त्यागी भारतीय ने बताया कि विश्व में महिलाओं की स्थिति का अध्ययन किया जाय तो भारतीय महिलाओं का चरित्र सबसे ऊंचा मिलता है। उनका जीवन परोपकार में बीतता है। सत्यनिष्ठा, कर्तव्य बोध, सेवा भाव उनमें कूट-कूट कर भरा है। कुछ अपवादो को छोड़कर भारतीय महिलाएं परिश्रमी है, सुखमय, तनाव मुक्त जीवन व्यतीत करती है। अपने परिवार का सुचारु तरीके से संचालन करती है।
       इस कार्यक्रम में एक संगोष्ठी - में जाति, धर्म, संप्रदाय, क्षेत्रवाद एवं दलगत राजनीति से ऊपर उठकर सभी क्षेत्रों में कार्यरत महिलाओं की भारत के विकास में भागीदारी एवं उनके बहुमुखी उत्थान पर चर्चा होगी। तदुपरान्त महिला एवं मीडिया रत्न भव्य सम्मान समारोह होगा। जिसमें निर्णायक मंडल द्वारा समाज के विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान के लिए कर्मठ, संर्घषरत महिला एवं मीडिया रत्नों को सम्मानित भी किया जाएगा। इस अवसर पर भारतीय वैज्ञानिक संस्कृति, सभ्यता, भारतीय विद्याएं, वैदिक गणित, वैज्ञानिक, जैविक एवं गौवंश द्वारा कृषि, पर्यावरण, वृक्षारोपण, अहिंसा एवं जीव दया, शाकाहार, योग एवं प्राणायाम, प्राकृतिक चिकित्सा, आयुर्वेद एवं भारत की सभी चिकित्सा पद्धति, राजनैतिक, प्रशासनिक, कला, साहित्य, लोक कला, पत्रकारिता, चलचित्र एवं दूरदर्शन (फिल्म एवं टी.वी. चैनल की सभी विधा), प्रकाशन, शिक्षा, प्रशिक्षण, संचार, सूचना, राष्ट्र भाषा संवर्धन, उद्यमिता, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, व्यवसाय, एवं सांस्कृतिक जगत के मूर्धन्य महिला एवं मीडिया हस्ताक्षरों की उपस्थिति होगी। विश्व मित्र परिवार के अन्तर्राष्ट्रीय संस्थापक अध्यक्ष भू त्यागी भारतीय के अनुसार केवल भारतीय महिलाएं ही समस्त विश्व की रक्षक ‘‘वसुधैव कुटुम्बकम्’’ वाली भारतीय संस्कृति को पुनः विश्वव्यापी बनाकर विध्वंसक बारूद के ढेर पर बैठी विश्व की मानव सभ्यता को बचा सकती है। मीडिया की बात करें तो पत्रकारिता का शुभारम्भ भारत से ही हुआ था। विश्व के प्रथम पत्रकार अर्थात आदि संवाददाता नारद मुनि रहे है। बाकि तो सब बाद की बात है। तब सत्य एवं मूल्यों पर आधारित पत्रकारिता होती थी। सत्य सूचनाओं का ही आदान-प्रदान होता था। शुद्ध विचारों का प्रवाह रहता था। ज्ञान-विज्ञान उच्च कोटि का था। छल-कपट-प्रपंच राक्षसी प्रवृति मानी जाती थी। मानवीय मूल्यांे का सदा ही मान रखा जाता था। उपरोक्त सभी विषयों पर प्राचीन से अर्वाचीन तक महिलाओं द्वारा किये गये रचनात्मक कार्य, संघर्ष, सफलता, साहसिक कार्यो से सम्बन्धित एवं देशभक्त महिला बलिदानियों के चरित्र, कृतित्व एवं व्यक्तित्व पर एक स्मृति-अंक का प्रकाशन हो रहा है। 
     इस अंक को अधिकाधिक संख्या में जन-जन तक पहुँचाने की आवश्यकता है, क्यांकि आज भारतीय स्वाभिमान, सभ्यता, संस्कृति, मानसिकता, राष्ट्र भाषा एवं समस्त क्षेत्रीय भाषाओं का पाश्चात्य भाषा सभ्यता, संस्कृति द्वारा अपमान हो रहा है। यह समस्त विश्व के लिए घातक है। उपरोक्त सभी विषयों पर विश्व महिला परिवार ने महिलाओं एवं मीडिया कर्मियों के नामांकन एवं ‘स्मारिका’ स्मृति पुस्तिका के प्रकाशन हेतु सर्वजन से आलेख/सुझाव/मानवीय मूल्यों पर आधारित कहानियां, सहयोग भी आमंत्रित किये हैं, जो vmparivar@gmail.com पर भेजे जा सकते हैं। नामांकन प्रारूप www.vishvparivar.orgसे उतारा जा
सकता है। नामांकन प्रारूप 20 फरवरी 2012 तक संस्था के पते पर पहुँच जाने चाहिएं।
प्रेस सचिव
नारी सशक्तिकरण में मीडिया की भूमिका
ए-115/309, वकील चैम्बर, शकरपुर, दिल्ली - 92, www.vishvparivar.org  ई-पता - vmparivar@gmail.com







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1 Comments

  1. aap kay is kary ki jitni bhi sarahna ki jai kam hai , ati uttam karya.
    sanjay rai (delhi 9953138266)

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