स्वयं के प्रति वफादार रहें : बापू

 संत आसाराम बापू का गुरु पूर्णिमा महोत्सव अमरूदों के बाग में शुरू
जयपुर . योग वेदांत समिति की ओर से संत आसाराम बापू का गुरु पूर्णिमा महोत्सव शुक्रवार से अमरूदों के बाग में शुरू हुआ।  तीन दिवसीय सत्संग के पहले दिन आयोजन स्थल पर बापू के आगमन के साथ ही पूरा वातावरण हरिओम-हरिओम और ओमकार से गूंज उठा। 
बापू ने हरिओम मंत्र के साथ  ही ओम नमो भगवते वासुदेवाय का जाप करवाया तो पूरा सत्संग स्थल श्रद्धा में डूब गया। उन्होंने कहा कि बुराई रहित जीवन जीने के लिए मनुष्य को स्वयं के प्रति वफादार रहना चाहिए। यदि जीवन का उद्देश्य सही दिशा में हो तो ईश्वर की प्राप्ति अवश्य होती है।  बापू ने संत दादू की कथा सुनाते हुए कहा कि संत को देखने से भगवान की महिमा की याद आती है। उन्होंने कहा कि भगवान के यशगान से हमारे अंदर का भगवत ज्ञान बाहर आकर जीवन को दिव्य बना देता है। सत्संग में मीरा, कबीर, तुलसी के दृष्टांतों पर भी प्रवचन हुए। सत्संग स्थल से कुछ दूर बड़ी संख्या में भक्तों ने मंत्रोच्चार के साथ यज्ञ में आहुतियां दीं।   प्रथम सत्र में संत के दर्शनों के लिए सूचना एवं जनसंपर्क राज्य मंत्री अशोक बैरवा, विधायक सी.एल. प्रेमी व विधायक ज्ञानदेव आहुजा सहित अनेक गणमान्यजन पहुंचे।
सत्संग के दूसरे सत्र में बापू ने 'जोगी रे क्या जादू है तेरे प्यार में, जाने तुझको खबर कब होगी, 'गोविंद हरे गोपाल हरे और 'जय जय प्रभु दीनदयाल हरे भजनों की प्रस्तुति से भक्तों को झूमने पर मजबूर कर दिया। इससे पूर्व बापू के शिष्य सुरेशानंद के प्रवचन हुए। आसाराम आश्रम के प्रवक्ता तुलसी संगतानी ने बताया कि शनिवार को पहला सत्र सुबह 8:30 और दूसरा सत्र दोपहर 3:30 बजे होगा। इसके बाद रविवार सुबह 5:30 से 7:30 बजे तक गुरु दीक्षा का आयोजन किया जाएगा। भक्तों को दीक्षा देने के बाद बापू सांगानेर एयरपोर्ट से कोलकाता के लिए रवाना होंगे।

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