जयपुर. बालकों में बढ़ रही अपराध की प्रवृति रोकने के लिए उनमें सकारात्मक सोच विकसित करना जरूरी है। सकारात्मक सोच से उनका भविष्य उज्ज्वल बन सकता है। राजस्थान हाई कोर्ट के न्यायाधीश महेशचन्द्र शर्मा ने बताया कि उन्होंने पिछले दिनों उनके क्षेत्राधिकार में आने वाले दौसा, धौलपुर, अजमेर व भरतपुर जिलों का दौरा कर वहां पर किशोर न्याय बोर्ड व मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष लंबित प्रकरणों का निरीक्षण और बाल बंदी गृहों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने संबंधित अधिकारियों को बाल बंदियों को प्रावधान अनुसार सभी सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
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sahi kha aapne huujuur
ReplyDeleteved parkash